देवास. चिपकी अंगुलियाें का ऑपरेशन करने के लिए उज्जैन राेड स्थित अमलताज हाॅस्पिटल में भर्ती की गई 13 महीने की बच्ची की शुक्रवार काे माैत हाे गई। पूर्व पार्षद अर्जुन चाैधरी समेत परिजन ने अस्पताल पहुंच कर हंगामा कर दिया। आराेप लगाए कि अस्पताल की लापरवाही से बच्ची की माैत हुई है। अस्पताल प्रबंधन से इलाज के रुपए वापस दिलाकर एफआईआर दर्ज की जाए।
बालगढ़ के बेरवाचाल निवासी अब्दुल शाह की 13 माह की मासूम बेटी जैनब की शुक्रवार सुबह अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। जैनब की हाथ और पैर की अंगुलियां आपस में जुड़ी हुई थी। ऑपरेशन कर जुड़ी अंगुलियां अलग करवाने के लिए 19 फरवरी को परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे थे। जांचों के बाद डाॅक्टर ने भर्ती कर गुरुवार को जांच के बाद ऑपरेशन का कहा था। सुबह ऑपरेशन का बोला। ऑपरेशन थियेटर में ले गए। परिजन का आराेप है कि ऑपरेशन के वक्त परिजनों को बाहर कर दिया। शुक्रवार सुबह ही 11 बजे मौत की सूचना दी। माैत के बाद परिजन शव काे जिला अस्पताल लेकर आए। मौत की सूचना लगते ही पूर्व पार्षद अर्जुन चौधरी और मिलने वाले लोग शव को लेकर वापस अमलताज लेकर पहुंचे। नारेबाजी चालू कर दी। प्रबंधन की सूचना पर बीएनपी पुलिस पहुंच गई।
बच्ची के दादा इलियास ने अपने हाथ और पैर की आपस में चिपकी अंगुलियां बताते हुए कहा- हम लोग मजदूरी करते हैं। बेटे की पहली बच्ची थी। हंसते खेलते अस्पताल लेकर आए थे। मेरी एवं मेरे सभी बच्चों की हाथ पैरों की अंगुलियां चुपकी हुई हैं। बेटे की बेटी की अंगुली भी चिपकी थी। अमलताज लेकर आए तो उन्हाेंने कहा ऑपरेशन कर अंगुली ठीक कर देगें। भर्ती कर दिया। पैरों की अंगुलियों की जांच की। बाएं हाथ में एक अंगुली अलग से लटक रही थी। उसको काट दी, इसी से बच्ची की तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। हमसे पहले 70 हजार रुपए जमा करवा लिए। जबकि बहू का आयुष्मान कार्ड था। पूर्व पार्षद चौधरी ने कहा दुखी परिवार गरीब है। उसके पैसे वापस किए जाएं। दोषी डाॅक्टर पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए। अगर मामला दर्ज नहीं हुआ तो हम फिर आंदोलन करेंगे।